खरीफ की फसल की सम्पूर्ण जानकारी | Kharif Crops Information in hindi
Kharif Crops in hindi : जैसा कि हम सभी जानते है कि हमारा देश भारत एक कृषि प्रधान देश है तथा वर्ष भर हमारे यहां विभिन्न प्रकार के फसलों का उत्पादन होता रहता हैं। वर्ष भर उगायी जाने वाली इस फसलों मे खरीफ की फसलों का महत्वपूर्ण स्थान है। तो नई उड़ान के आज के इस खास लेख में हम आप के साथ इन्हीं महत्वपूर्ण फसलों पर चर्चा करेंगे। तो आज के हमारे इस खास लेख को पूरा जरूरत पढ़ें और जाने की आखिर यह खरीफ की फसल क्या होते है और इन फसलों की बुआई कब की जाती है? इतना ही नहीं इस खास लेख में हम आपको Kharif Crops की कुछ महत्वपूर्ण फसलों को भी जानेंगे। तो चलिए बिना देर किये विस्तार से जानते है kharif ki fasal को
खरीफ की फसल किसे कहा जाता हैं | what is kharif crop in hindi
खरीफ की फसल जिसे मानसून की फसल (rainy season crops) के रूप में भी जाना जाता है, ऐसी फसलें होती है जिस का उत्पादन वर्षा ऋतु के दौरान की जाती है।
Kharif crops, also known as monsoon crops, are crops that are produced during the rainy season.
अरबी भाषा का शब्द है खरीफ
खरीफ अरबी भाषा का एक शब्द है अरबी भाषा में इस शब्द का शाब्दिक अर्थ शरद ऋतु से है। भारत में इस शब्द का आगमन मुगल सम्राट के आगमन के साथ हुआ था तभी से यह शब्द हमारे देश में व्यापक रूप से प्रयोग होता है।
Kharif crops को अच्छे से जान लेने के बाद अब हमारे मन मे यह सवाल आते है कि आखिर खरीफ की फसल कब बोई जाती है। तो चलिए आगे इन्हीं महत्वपूर्ण सवालों पर चर्चा करते हैं
जून-जूलाई मे बुआई कर सितंबर-अक्टूबर में काटें मुनाफे की खरीफ की फसल
भारत में खरीफ की फसल को आमतौर पर दक्षिण पश्चिमी मानसून के आगमन के दौरान होने वाली पहली बारिश के बाद बोई जाती है। इन फसलों की कटाई मानसून के अंत में की जाती है जो भारत में आमतौर पर जून जूलाई माह से लेकर सितंबर अक्टूबर माह तक के बीच में पड़ता है।
ध्यान दें : भारत एक विशाल देश है अतः kharif Crops की बुवाई का समय अलग अलग हो सकता है क्योंकि इन फसलों की बुवाई मानसून के आगमन पर निर्भर करता है। उदाहरण के तौर पर देखा जाए तो दक्षिण भारत के राज्यों में जहां मानसून का आगमन सबसे पहले होता है वहां पर इन फसलों की बुवाई पहले आरंभ हो जाती है। इसके विपरीत उत्तरी भारत के राज्यों में यही मानसून कुछ देर बाद आती है तो वहां पर kharif ki fasal बुवाई कुछ देर बाद की जाती है।
बुवाई व वृद्धि के समय अधिक तो वहीं फसलों के पकते समय कम तापमान की मांग करते है खरीफ की फसल
खरीफ की फसल (Kharif Crops ), रबी की फसल के विपरीत बुवाई एवं वृद्धि के समय अधिक तापमान व आद्रता जबकि फसलों के पकते समय अपेक्षाकृत कम तापमान की मांग करते हैं। इस वर्ग की अधिकतर फसलें अल्प प्रकाश पोषी (Short Day Plants) होती है।
खरीफ की फसलों के उत्पादन में सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है मानसून
खरीफ की फसल (Kharif Crops) की जल मांग अन्य फसलों की तुलना में अधिक होती है। इन फसलों की वृद्धि, विकास एवं प्रजनन मानसून की पैटर्न पर निर्भर करता है। वर्षा जल का समय व मात्रा इन फसलों के उत्पादन को काफी प्रभावित करते हैं। यही कारण है कि जिस वर्ष देश में मानसून की स्थिति अच्छी होती है उस वर्ष इन फसलों के उत्पादन में वृद्धि दर्ज की जाती है जबकि विपरीत मानसून की उपस्थिति में इसके उत्पादन में नकारात्मक प्रभाव पड़ता हैं।
धान है खरीफ की सबसे महत्वपूर्ण फसल
धान खरीफ (Kharif Crops) की सबसे महत्वपूर्ण फसलों में से एक है जिस का उत्पादन हमारे देश में बड़े पैमाने पर की जाती है। यह एक शुष्क जलवायु वाला पौधा है। यह उन क्षेत्रों में अच्छी तरह से उगता है जहां पर आद्रता अधिक, दिन लंबे साथ ही साथ पानी की उपलब्धता अधिक होती है। धान के पौधों के लिए औसतन तापमान 21 डिग्री सेंटीग्रेड से लेकर 37 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच उपयुक्त माना जाता है। वहीं यदि उनके अंकुरण की बात की जाए तो यह 28 डिग्री सेंटीग्रेड से लेकर 32 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान उपयुक्त माना जाता है। जबकि फूल आने के समय यह पौधा 26 डिग्री सेंटीग्रेड से लेकर 29 डिग्री सेंटीग्रेड एवं पकते समय 20 से 25 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान की मांग करता है।

कुछ अन्य महत्वपूर्ण खरीफ की फसल के उदाहरण | Kharif Crops examples in hindi
खरीफ ऋतु (Kharif Crops) की मुख्यतः धान, बाजरा, मक्का, ज्वार, कपास, ढांचा, मूंग, मूंगफली और लोबिया आदि प्रमुख फसलें हैं। इसके अतिरिक्त कुछ अन्य महत्वपूर्ण फसलों का भी उत्पादन भी खरीफ ऋतु के मौसम मे जाती है।
अंतिम शब्द
उम्मीद करते हैं कि आपको आज का हमारा यह खास लेख आपको काफी पसंद आया होगा और आप आसानी से खरीफ की फसल को कुछ महत्वपूर्ण उदाहरणों के माध्यम से जान गये होंगे। ऐसे ही मजेदार जानकारियो के लिए हमारे साथ जुडे रहे और हां इस लेख को निचे दिए गए Links के माध्यम से अपने दोस्तों के साथ शेयर अवश्य करें।